Petrol Diesel Price Today: आज पेट्रोल और डीजल के दामों में हुआ भारी गिरावट, जानिए अपने शहर का नया रेट

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालती हैं। हर दिन लाखों लोग अपनी गाड़ियों में ईंधन भरवाते हैं और ज़रा सी कीमतों में बढ़ोतरी या कमी का असर पूरे महीने के बजट पर पड़ता है। इसी वजह से जब भी पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव होता है, तो यह खबर देशभर के लोगों के लिए सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन जाती है।

आज सुबह देश की तेल कंपनियों ने ताज़ा रेट जारी किए हैं और राहत की बात यह है कि कई शहरों में पेट्रोल और डीजल के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। लगातार बढ़ती महंगाई के बीच यह खबर आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत की तरह है। आइए जानते हैं कि आज पेट्रोल और डीजल के क्या नए दाम हैं और किन शहरों में कीमतें घटी हैं।

आज के पेट्रोल-डीजल के ताज़ा रेट

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। सरकारी तेल कंपनियां – इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) – रोज़ाना इन रेट्स को अपडेट करती हैं।
आज जारी हुए नए रेट्स के मुताबिक दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता समेत कई शहरों में कीमतों में बदलाव देखा गया है। जहां कुछ शहरों में कीमतें घटी हैं, वहीं कुछ जगह रेट स्थिर बने हुए हैं।
उदाहरण के लिए दिल्ली में आज पेट्रोल ₹96.72 प्रति लीटर और डीजल ₹89.62 प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि मुंबई में पेट्रोल ₹106.31 और डीजल ₹94.27 प्रति लीटर है। चेन्नई में पेट्रोल ₹102.63 और डीजल ₹94.24 प्रति लीटर है।
इनमें से कई शहरों में आज 20 से 30 पैसे तक की गिरावट देखने को मिली है, जो पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बढ़ रहे दामों के बीच राहत लेकर आई है।

किन कारणों से घटे पेट्रोल और डीजल के दाम?

पेट्रोल और डीजल की कीमतें सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल (Crude Oil) के दामों पर भी निर्भर करती हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ब्रेंट क्रूड ऑयल और WTI क्रूड के दाम घटते हैं, तो उसका असर भारत में भी देखने को मिलता है।
पिछले कुछ दिनों से वैश्विक बाज़ार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल, अमेरिका और चीन जैसे बड़े देशों में मांग घटने से कच्चे तेल की कीमतें नीचे आई हैं। इसके अलावा, रूस और ओपेक देशों के उत्पादन निर्णयों का भी असर भारतीय तेल कंपनियों की खरीद लागत पर पड़ता है।
भारत में तेल कंपनियां इसी अंतरराष्ट्रीय कीमत के आधार पर रोज़ रेट तय करती हैं। जब वैश्विक बाजार में दाम गिरते हैं, तो भारतीय उपभोक्ताओं को भी राहत मिलती है। यही कारण है कि आज कई शहरों में पेट्रोल और डीजल के रेट घटे हैं।

कर (Tax) का बड़ा खेल – क्यों हर शहर में अलग-अलग रेट?

क्या आपने कभी सोचा है कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इतना अंतर क्यों होता है?
दरअसल, भारत में पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) लगाती है और राज्य सरकारें वैट (VAT) वसूलती हैं। यही टैक्स हर राज्य में अलग-अलग होता है।
उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में वैट ज़्यादा होने की वजह से पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ऊपर है, जबकि दिल्ली या उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में यह कुछ रुपये सस्ता है।
इसके अलावा, परिवहन लागत, तेल डिपो से दूरी और स्थानीय कर भी रेट तय करने में भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि एक ही दिन में देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रेट देखने को मिलते हैं।

आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा?

आज के दामों में गिरावट आम जनता के लिए राहतभरी खबर है। जब पेट्रोल और डीजल के रेट कम होते हैं, तो ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट घटता है। इसका सीधा असर रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों पर पड़ता है।
सब्ज़ियों, फल, दूध, अनाज जैसी चीज़ें एक जगह से दूसरी जगह ट्रक या ट्रांसपोर्ट के ज़रिए जाती हैं। जब ईंधन सस्ता होता है तो ट्रांसपोर्ट की लागत घटती है और महंगाई भी कुछ हद तक नियंत्रित रहती है।
दूसरी ओर, व्यक्तिगत स्तर पर भी लोगों को फायदा होता है। ऑफिस आने-जाने, बाइक या कार में पेट्रोल भरवाने वाले लोगों के लिए यह कमी सीधी बचत के रूप में दिखती है।
एक सामान्य व्यक्ति जो हर महीने ₹3000-₹4000 पेट्रोल पर खर्च करता है, वह इस गिरावट से हर महीने ₹100–₹150 तक बचा सकता है।

पिछले महीने का रुझान – कैसे बदलते रहे दाम

अगर पिछले एक महीने के आंकड़ों को देखें तो पेट्रोल और डीजल के रेट में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। अक्टूबर के शुरुआती हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें 92 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं, जिसके चलते भारत में दाम स्थिर रहे।
लेकिन नवंबर की शुरुआत में तेल की वैश्विक कीमतें गिरकर 82–83 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं। यही वजह है कि भारतीय तेल कंपनियों ने आज कई शहरों में दाम घटाने का फैसला किया।
ऐसा पहली बार नहीं है, पिछले एक साल में भारत में तेल के रेट्स में लगभग 10 बार मामूली बदलाव देखे जा चुके हैं। कभी 20–25 पैसे की वृद्धि तो कभी इतनी ही कमी। सरकार कोशिश करती है कि दाम बहुत तेजी से न बढ़ें ताकि आम जनता पर ज्यादा बोझ न पड़े।

क्या आगे और सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल?

यह सवाल हर किसी के मन में आता है — “क्या आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल और सस्ते होंगे?”
वर्तमान में वैश्विक बाज़ार की स्थिति को देखकर यह कहा जा सकता है कि यदि कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे जाती हैं तो भारत में और भी कटौती संभव है।
हालांकि सरकार और तेल कंपनियां कीमतों में बार-बार बदलाव नहीं करतीं ताकि बाजार में स्थिरता बनी रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ति सामान्य रहती है और डॉलर की कीमत नियंत्रित रहती है, तो दिसंबर तक और 40–50 पैसे की गिरावट देखने को मिल सकती है।
लेकिन अगर मध्य पूर्व या रूस-यूक्रेन जैसे क्षेत्रों में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।

भारत में पेट्रोल-डीजल की मूल्य निर्धारण नीति कैसे काम करती है?

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम पर आधारित हैं। इसका मतलब यह है कि हर दिन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर-रुपया विनिमय दर, टैक्स, रिफाइनिंग कॉस्ट और ट्रांसपोर्टेशन खर्च के आधार पर तय होती हैं।
इस प्रणाली को 2017 में लागू किया गया था ताकि उपभोक्ताओं को रोज़ाना सही कीमत मिल सके और अचानक बड़े बदलाव से बाजार में अस्थिरता न फैले।
इससे पहले तेल कंपनियां हर 15 दिन में रेट तय करती थीं, लेकिन अब रोज़ाना सुबह 6 बजे नए दाम लागू हो जाते हैं। यही कारण है कि हर शहर में हर दिन थोड़े-बहुत बदलाव देखने को मिलते हैं।

अपने शहर का पेट्रोल-डीजल रेट कैसे जानें?

अगर आप हर दिन अपने शहर का ताज़ा रेट जानना चाहते हैं, तो आपको किसी पेट्रोल पंप जाने की ज़रूरत नहीं है। अब आप अपने मोबाइल पर ही ये जानकारी ले सकते हैं।

  • इंडियन ऑयल (IOCL) के ग्राहक SMS में “RSPDealer Code” टाइप करके 9224992249 पर भेजें।
  • BPCL के ग्राहक “RSPDealer Code” टाइप करके 9223112222 पर भेज सकते हैं।
  • HPCL के लिए “HPPRICEDealer Code” टाइप करें और 9222201122 पर भेजें।
    सिर्फ कुछ सेकंड में आपके मोबाइल पर आपके शहर का पेट्रोल और डीजल का नया रेट आ जाएगा।

केंद्र सरकार का रुख – टैक्स कटौती की संभावना?

हाल के वर्षों में जब भी पेट्रोल और डीजल के दाम बहुत बढ़े हैं, केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाकर जनता को राहत दी है।
2022 में सरकार ने पेट्रोल पर ₹8 और डीजल पर ₹6 प्रति लीटर की टैक्स कटौती की थी। इससे देशभर में कीमतें तुरंत कम हो गई थीं।
अभी फिलहाल सरकार ने कोई नया टैक्स कटौती एलान नहीं किया है, लेकिन अगर कच्चे तेल के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जाते हैं, तो सरकार फिर से हस्तक्षेप कर सकती है।
वित्त मंत्रालय की ओर से पहले भी कहा गया है कि देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए ईंधन की कीमतों को संतुलित बनाए रखना जरूरी है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर राजनीति क्यों होती है?

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा से राजनीतिक मुद्दा रही हैं।
हर चुनाव से पहले आम जनता को राहत देने के लिए कई बार राज्य सरकारें वैट घटा देती हैं या केंद्र सरकार टैक्स कम कर देती है।
क्योंकि ईंधन के दामों का असर सीधा जनता के जीवन पर पड़ता है। जब कीमतें बढ़ती हैं तो महंगाई बढ़ जाती है और जनता में असंतोष भी।
इसलिए चाहे केंद्र की बात करें या राज्य की, दोनों ही सरकारें पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर नज़र रखती हैं और समय-समय पर राहत देने की कोशिश करती हैं।

निष्कर्ष

आज के पेट्रोल और डीजल के रेट्स में आई गिरावट आम जनता के लिए राहत की खबर है।
महंगाई से जूझ रहे लोगों को इससे कुछ राहत मिलेगी और देशभर में परिवहन खर्च घटने से वस्तुओं की कीमतों पर भी असर पड़ेगा।
हालांकि, यह राहत कितने दिनों तक कायम रहती है, यह अंतरराष्ट्रीय तेल बाज़ार की स्थिति पर निर्भर करेगा।
फिलहाल इतना तय है कि आज का दिन उन लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आया है जो रोज़ अपने वाहनों में पेट्रोल या डीजल भरवाते हैं।
अगर आने वाले हफ्तों में तेल के वैश्विक दाम और गिरते हैं, तो देशभर में फिर से पेट्रोल और डीजल के रेट घट सकते हैं – जिससे आम जनता को एक बार फिर राहत की सांस मिलेगी।

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