भारत में सोने और चांदी की कीमतों में आज जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। देशभर के सर्राफा बाजारों में सुबह से ही सोना-चांदी के दामों में गिरावट दर्ज की गई, जिसके बाद लोगों में खरीदारी की होड़ लग गई। त्योहारों का मौसम खत्म होने के बाद आमतौर पर बाजारों में थोड़ी मंदी देखी जाती है, लेकिन इस बार दामों में गिरावट ने निवेशकों और आम ग्राहकों दोनों को सक्रिय कर दिया है।
जहाँ पिछले कुछ हफ्तों से सोने की कीमतों में लगातार तेजी थी, वहीं आज के दिन में अचानक आई गिरावट ने सभी को चौंका दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मजबूत होने और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण कीमती धातुओं के दामों पर दबाव बना हुआ है। वहीं घरेलू बाजार में इस गिरावट का फायदा उठाने के लिए ज्वेलरी शॉप्स में खरीदारों की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
आज सोने की कीमतों में कितनी गिरावट आई
दिल्ली, मुंबई, जयपुर, लखनऊ, और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में आज सोने के दामों में औसतन ₹600 से ₹800 प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट दर्ज की गई। 24 कैरेट सोना, जो कल तक ₹64,500 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था, आज घटकर ₹63,700 तक पहुंच गया। वहीं 22 कैरेट सोना ₹58,400 से घटकर ₹57,700 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है।
गोल्ड की इस गिरावट का असर देश के छोटे शहरों और कस्बों तक भी दिखाई दे रहा है। कई ज्वेलरी दुकानदारों ने बताया कि सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है और लोग खासकर छोटे वजन के आभूषण खरीद रहे हैं। निवेशक वर्ग भी इस मौके का फायदा उठा रहा है, क्योंकि लंबे समय के लिए यह रेट उन्हें आकर्षक लग रहा है।
चांदी के दामों में भी आई तेज गिरावट
सोने के साथ-साथ आज चांदी के दामों में भी भारी गिरावट देखने को मिली। कल तक जो चांदी ₹78,200 प्रति किलो के स्तर पर थी, वह आज गिरकर ₹76,500 तक पहुंच गई। यानी चांदी के रेट में लगभग ₹1,700 प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है।
सर्राफा बाजार के व्यापारियों का कहना है कि इस गिरावट का सीधा असर चांदी के बर्तनों और ज्वेलरी पर पड़ा है। शादी-ब्याह का सीजन नजदीक होने के कारण लोग अब खरीदारी की योजना बना रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि अगर आने वाले कुछ दिनों में रेट और नीचे जाते हैं तो वे बड़ी मात्रा में खरीदारी करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी के रेट
अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो कॉमेक्स (COMEX) पर सोना आज 0.50% की गिरावट के साथ $2,370 प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं चांदी की कीमतें 1.2% गिरकर $27.80 प्रति औंस के स्तर पर आ गई हैं।
वित्तीय विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की हालिया नीतियों और डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने से कीमती धातुओं की मांग में कमी आई है। निवेशक इस समय शेयर बाजार और बॉन्ड्स की ओर झुकाव दिखा रहे हैं, जिससे गोल्ड और सिल्वर जैसी सुरक्षित निवेश संपत्तियों में अस्थायी गिरावट देखने को मिल रही है।
डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल के भाव का असर
सोने-चांदी के दामों पर सिर्फ मांग और आपूर्ति ही असर नहीं डालते, बल्कि डॉलर इंडेक्स और क्रूड ऑयल के दाम भी इन पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं। डॉलर जब मजबूत होता है तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना निवेशकों के लिए महंगा हो जाता है। इसी कारण उसकी मांग घटती है और कीमतें नीचे आती हैं।
वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से मुद्रास्फीति की चिंता बढ़ती है, जिससे लोग सोने में निवेश बढ़ाते हैं। लेकिन फिलहाल तेल के दाम स्थिर हैं और डॉलर मजबूत है, इस वजह से सोने पर दबाव बना हुआ है।
घरेलू बाजार में खरीदारों की भीड़
दिल्ली के करोल बाग, मुंबई के झवेरी बाजार, जयपुर के जोहरी बाजार और लखनऊ के हजरतगंज जैसे इलाकों में आज सुबह से ही सोना और चांदी खरीदने वालों की भीड़ लगी रही। दुकानदारों ने बताया कि जैसे ही रेट नीचे गए, ग्राहकों का रुझान बढ़ गया।
कई दुकानों पर तो दोपहर तक रश इतना बढ़ गया कि ग्राहक इंतजार करने को मजबूर हो गए। बहुत से लोगों ने कहा कि यह कीमतें पिछले महीने की तुलना में काफी कम हैं, इसलिए निवेश या गिफ्ट के तौर पर खरीदारी करना फायदेमंद रहेगा।
विशेषज्ञों की राय – क्या अभी खरीदारी का सही वक्त है?
वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका हो सकता है। भारत में हर साल नवंबर से फरवरी के बीच शादियों का सीजन आता है, इस दौरान गोल्ड की मांग बढ़ती है और दाम ऊपर जाते हैं।
ऐसे में जो लोग फिलहाल निवेश करना चाहते हैं, वे गिरावट के समय थोड़ा-थोड़ा खरीद सकते हैं ताकि औसतन कीमत कम पड़े। हालांकि, अल्पकालिक ट्रेडर्स को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता बनी हुई है।
पिछले एक महीने का रुझान
पिछले एक महीने में सोने की कीमतों में करीब ₹2,000 प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि चांदी में लगभग ₹3,000 प्रति किलो तक की कमी आई है। यह गिरावट तब आई जब वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों को स्थिर रखने की उम्मीदें बढ़ीं।
शेयर बाजार में सुधार और क्रिप्टो करेंसी में बढ़ती दिलचस्पी ने भी सोने की मांग को कुछ हद तक प्रभावित किया है। हालांकि भारतीय निवेशक अब भी गोल्ड को सुरक्षित निवेश मानते हैं और हर गिरावट पर खरीदारी करने से नहीं चूकते।
ज्वेलर्स का बयान – “त्योहारों के बाद भी मांग बनी हुई है”
देश के कई प्रमुख ज्वेलरी ब्रांड्स जैसे तनिष्क, मालाबार गोल्ड, कल्याण ज्वेलर्स और PNG ज्वेलर्स ने बताया कि इस बार त्योहारों के बाद भी मांग उम्मीद से बेहतर रही है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि सोने की कीमतों में अचानक गिरावट आई है, जिससे लोग इसे एक अच्छा निवेश अवसर मान रहे हैं।
कई दुकानदारों ने बताया कि आज सिर्फ छोटे शहरों में ही नहीं बल्कि मेट्रो सिटीज़ में भी लोग बड़ी मात्रा में गोल्ड बार और कॉइन खरीद रहे हैं।
डिजिटल गोल्ड और ETF में भी बढ़ी हलचल
सिर्फ फिजिकल गोल्ड में ही नहीं, बल्कि डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF में भी आज ट्रांजेक्शन बढ़े हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Paytm, Groww और Zerodha पर गोल्ड ETF में खरीदारी बढ़ी है। लोग अब फिजिकल ज्वेलरी की जगह डिजिटल इन्वेस्टमेंट को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि इसमें स्टोरेज या पॉलिशिंग की परेशानी नहीं होती।
आने वाले दिनों में क्या रहेगा रुझान?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में जो रुझान दिखाई दे रहा है, उससे लगता है कि सोने की कीमतों में कुछ और दिनों तक हल्की गिरावट रह सकती है। हालांकि, लंबे समय में इसकी कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं क्योंकि 2025 में वैश्विक ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही है।
यदि ऐसा होता है तो सोने में एक बार फिर तेजी लौट सकती है। इसलिए जो निवेशक दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखते हैं, वे अभी से धीरे-धीरे खरीदारी शुरू कर सकते हैं।
शादी-ब्याह के मौसम का असर
भारत में शादी के मौसम का मतलब है – गोल्ड की मांग में उछाल। चाहे शहरी इलाका हो या ग्रामीण, हर जगह शादियों में सोने की ज्वेलरी को खास अहमियत दी जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर से फरवरी तक के सीजन में अगर रेट स्थिर रहते हैं तो भारी मात्रा में खरीदारी देखने को मिल सकती है।
चांदी की बात करें तो उपहार के तौर पर उसकी मांग भी लगातार बढ़ रही है। छोटे-बड़े सभी ज्वेलर्स ने स्टॉक बढ़ाना शुरू कर दिया है ताकि आने वाले हफ्तों में बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
निवेशकों के लिए सलाह
जो निवेशक सोने में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें मार्केट में आई गिरावट का फायदा उठाना चाहिए। लेकिन निवेश हमेशा सोच-समझकर करना जरूरी है। यदि आप अल्पकालिक लाभ के लिए खरीदारी कर रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा, जबकि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय सही है।
चांदी में भी निवेश के अवसर मौजूद हैं, खासकर औद्योगिक मांग बढ़ने के कारण आने वाले वर्षों में चांदी की कीमतों में स्थिर वृद्धि की उम्मीद है।
निष्कर्ष
आज के दिन सोना और चांदी दोनों ही धातुएं सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं, जिससे बाजारों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। निवेशक वर्ग से लेकर आम गृहिणियाँ तक इस मौके का फायदा उठाने के लिए बाजारों का रुख कर रही हैं।
फिलहाल, यह गिरावट अस्थायी मानी जा रही है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में हर छोटी आर्थिक हलचल का असर इनकी कीमतों पर पड़ता है। लेकिन दीर्घकालिक नजरिए से देखें तो सोना और चांदी दोनों ही अब भी सुरक्षित और लाभदायक निवेश बने हुए हैं।