पिछले कुछ महीनों में देश में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर जिस तरह का माहौल बना, उसने लाखों यूज़र्स को परेशान करके रख दिया। खासकर Dream11, MPL, Zupee, A23 जैसे बड़े प्लेटफॉर्म अचानक रियल-मनी गेम्स बंद करने को मजबूर हुए, तो लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया—क्या अब फैंटेसी स्पोर्ट्स या स्किल-बेस्ड गेम्स हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे? इसी बीच सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से चलने लगी कि “सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दे दिया है और Dream11 समेत कई ऐप्स फिर से वापसी कर सकते हैं।”
लेकिन असली सच क्या है? क्या कोर्ट ने वाकई में कुछ ऐसा आदेश दिया है, जिससे Dream11 दोबारा वापसी कर सके? या फिर यह भी एक अफवाह ही है? आइए इसे पूरी तरह सरल भाषा में समझते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की असल हकीकत
इंटरनेट पर चाहे कितनी भी खबरें वायरल हों, लेकिन सच्चाई यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक कोई ऐसा आदेश जारी नहीं किया है जिसमें Dream11 को रियल-मनी गेम्स के साथ पूरी तरह वापसी की इजाजत दी गई हो।
हाँ, कोर्ट में ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों की तरफ से याचिकाएँ जरूर चली हैं—लेकिन उनमें से ज्यादातर बैन को चुनौती देने के बारे में थीं, न कि प्लेटफॉर्म को तुरंत खोलने के लिए।
दरअसल, अगस्त 2025 में जो नया ऑनलाइन गेमिंग कानून लागू हुआ, उसकी वजह से कई ऐप्स ने अपनी सेवाएँ रोक दीं। कुछ कंपनियों ने इस कानून को “अत्यधिक कठोर” कहकर कोर्ट में चुनौती दी है। लेकिन Dream11 जैसा बड़ा प्लेटफॉर्म खुलकर कहा चुका है कि वह सरकार के नियमों को मानकर आगे बढ़ेगा, न कि बैन को कोर्ट में चुनौती देगा।
क्या Dream11 ने खुद वापसी की तारीख बताई?
यह भी एक गलतफहमी है कि Dream11 ने खुद कोई रिटर्न डेट घोषित की है।
कंपनी ने अपने पब्लिक बयान में कहा है कि वे कानून का सम्मान करेंगे और किसी भी पाबंदी के खिलाफ कानूनी लड़ाई नहीं लड़ेंगे। इसका मतलब यह है कि फिलहाल Dream11 अपनी गतिविधि केवल उन्हीं फीचर्स तक सीमित रखेगा जिन्हें नए कानून में अनुमति मिली हुई है।
दूसरी तरफ, कुछ छोटे और मध्यम गेमिंग ऐप्स ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया है कि स्किल-बेस्ड गेम्स को “जुए” की श्रेणी में डालना गलत है। इन मामलों पर सुनवाई जारी है, और फैसला आने से पहले Dream11 जैसी कंपनियाँ कोई बड़ा कदम नहीं उठाना चाहतीं।
Dream11 के पक्ष में पुराने फैसलों की अहमियत
यह बात भी याद रखने की है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने पुराने फैसलों में फैंटेसी स्पोर्ट्स को “कौशल आधारित खेल” कहा था। उस समय कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा था कि Dream11 जैसे गेम्स किस्मत नहीं बल्कि दिमाग और रणनीति पर आधारित हैं।
यही वजह है कि लोगों को उम्मीद है कि आने वाले वक्त में कानून में संशोधन हो सकता है, जिससे स्किल-आधारित गेम्स को एक अलग श्रेणी मिले।
लेकिन फिलहाल इस फैसले का Dream11 की वापसी पर कोई सीधा असर नहीं पड़ा है, क्योंकि नया कानून इन पुराने आदेशों से ऊपर लागू हो चुका है।
क्या निकट भविष्य में Dream11 की वापसी संभव है?
सच कहा जाए तो, हाँ—यह संभव है, लेकिन फिलहाल तय तारीख नहीं है।
क्योंकि तीन बातें साफ हैं:
- सरकार नए नियमों की समीक्षा कर रही है।
- कई कंपनियाँ कोर्ट में इस कानून को चुनौती दे रही हैं।
- लाखों भारतीय यूज़र्स इस फैसले से प्रभावित हुए हैं और लगातार अपनी आवाज़ उठा रहे हैं।
इन सब कारणों से यह उम्मीद जरूर है कि भविष्य में स्किल-बेस्ड गेम्स को लेकर कुछ राहत दी जा सकती है। लेकिन जब तक कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन नहीं आ जाता, तब तक Dream11 और अन्य ऐप्स केवल “सीमित फीचर्स” के साथ ही उपलब्ध रहेंगे।
यूज़र्स के वॉलेट में पड़े पैसे का क्या होगा?
लोगों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि Dream11, MPL या Zupee पर जो पैसे पड़े थे—उनका क्या होगा?
अच्छी बात यह है कि कंपनियों ने यूज़र्स को स्पष्ट रूप से बताया है कि वॉलेट में पड़े पैसे सुरक्षित हैं और उन्हें निकाला जा सकता है।
यानी पैसा अटका नहीं है, न ही किसी तरह का नुकसान होने की संभावना है।
कब तक देखने को मिल सकती है कोई बड़ी राहत?
अगर सुप्रीम कोर्ट किसी कंपनी की याचिका पर जल्द निर्णय देता है या सरकार नए कानून में कुछ व्यावहारिक बदलाव करती है, तब Dream11 जैसी ऐप्स की वापसी की राह साफ हो सकती है।
लेकिन अनुमान लगाना मुश्किल है—क्योंकि फैसले कानूनी प्रक्रिया पर निर्भर करते हैं, जो समय ले सकती है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर चल रही खबर कि “सुप्रीम कोर्ट ने Dream11 को वापसी की मंजूरी दे दी है” — फिलहाल सही नहीं लगती।
कानूनी लड़ाई जारी है, और सरकार भी इस पूरे मामले को लेकर सक्रिय है। इसलिए उम्मीद का दरवाजा बंद नहीं है, लेकिन आधिकारिक अनुमति या स्पष्ट आदेश मिलने का इंतजार करना होगा।
जब भी कोई ठोस फैसला आएगा, Dream11 और अन्य ऐप्स की स्थिति और भी साफ हो जाएगी।